मुख्य बातें:
* भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-3 मिशन 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है।
* विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को छात्रों के लिए चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव स्ट्रीमिंग करने का निर्देश दिया है।
* लाइव स्ट्रीमिंग 23 अगस्त को शाम 5:30 से 6:30 बजे तक इसरो की वेबसाइट, YouTube चैनल, Facebook पेज और DD National टीवी चैनल पर उपलब्ध होगी।
* यूजीसी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है और छात्रों को इसे देखने और भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर देना चाहिए।
पूरा लेख:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-3 मिशन 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है। इसरो ने कहा है कि लैंडिंग का समय शाम 6:04 बजे IST है।
चंद्रयान-3 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र का अध्ययन करना है। यह क्षेत्र चंद्रमा का सबसे कम अध्ययन किया गया क्षेत्र है और इसमें पानी की संभावित मौजूदगी है।
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को छात्रों के लिए चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव स्ट्रीमिंग करने का निर्देश दिया है। लाइव स्ट्रीमिंग 23 अगस्त को शाम 5:30 से 6:30 बजे तक इसरो की वेबसाइट, YouTube चैनल, Facebook पेज और DD National टीवी चैनल पर उपलब्ध होगी।
यूजीसी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है और छात्रों को इसे देखने और भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर देना चाहिए।
यूजीसी के एक अधिकारी ने कहा, “यह एक बहुत ही रोमांचक समय है और हम चाहते हैं कि हमारे छात्र इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनें। लाइव स्ट्रीमिंग छात्रों को चंद्रयान-3 मिशन के बारे में और अधिक जानने और भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर देगी।“
उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को इस निर्देश का पालन करना चाहिए और छात्रों के लिए चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव स्ट्रीमिंग करना चाहिए।
चंद्रयान-3 मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नई दिशा देगा। यह मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र का अध्ययन करेगा और इस क्षेत्र में पानी की संभावित मौजूदगी का पता लगाएगा। यह मिशन भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।
भारत के छात्रों को इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनना चाहिए और चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।