मुख्य बिंदु:
* रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने आदित्यनाथ के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया क्योंकि यह उनकी आदत है कि वे योगियों या संन्यासियों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें, भले ही वे उनसे छोटे हों।
* उन्होंने कहा कि उन्होंने आदित्यनाथ को एक योगी के रूप में माना और इसलिए उन्होंने उनका आशीर्वाद लिया।
* उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है कि लोग इस पर क्या सोचते हैं क्योंकि यह उनकी व्यक्तिगत पसंद है।
विस्तृत विवरण:
मशहूर अभिनेता रजनीकांत ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैर छूने पर विवाद के बाद सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि यह उनकी आदत है कि वे योगियों या संन्यासियों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें, भले ही वे उनसे छोटे हों।
रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने आदित्यनाथ को एक योगी के रूप में माना और इसलिए उन्होंने उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है कि लोग इस पर क्या सोचते हैं क्योंकि यह उनकी व्यक्तिगत पसंद है।
रजनीकांत के इस बयान के बाद कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया, जबकि कुछ ने उन्हें आलोचना की। कुछ लोगों ने कहा कि यह एक गलत परंपरा है और इसे बंद किया जाना चाहिए। जबकि कुछ लोगों ने कहा कि यह एक व्यक्तिगत मामला है और किसी को भी इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें रजनीकांत आदित्यनाथ के पैर छूते हुए दिखाई दे रहे थे। इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल हुआ और कई लोगों ने रजनीकांत की आलोचना की।
रजनीकांत के इस बयान के बाद अब यह देखना होगा कि लोगों का इस पर क्या प्रतिक्रिया है।