व्हाइट हाउस के तरफ से एक बयान जारी हुआ है, जिसमें कहा गया है कि G20 समिट के शुरू होने से दो दिन पहले, यानी 7 सितंबर को ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आएंगे। उनका यह दौरा चार दिनों का होगा। इसके विशेष हिस्से में, बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाले आसियान समिट में शामिल नहीं होंगे।
वॉशिंगटन: भारत में अगले महीने नई दिल्ली में जी-20 समिट का आयोजन हो रहा है। प्रगति मैदान के कंवेंशन सेंटर में 9 से 10 सितंबर के बीच यह समिट आयोजित होगा। इस समय, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 7 सितंबर को भारत आएंगे। यह पहली बार होगा जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति का दौरा चार दिनों तक रहेगा। इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और बाइडेन के बीच दो मुलाकातें होनी हैं।
व्हाइट हाउस के तरफ से जारी बयान में यह बताया गया है कि G20 समिट के शुरू होने से दो दिन पहले, यानी 7 सितंबर को ही बाइडेन भारत पहुंचेंगे। उनका दौरा चार दिनों का होगा। इस बार खास बात यह है कि बाइडेन इंडोनेशिया में होने वाले आसियान समिट में नहीं शामिल होंगे। इस समय, आसियान समिट में बाइडेन की जगह वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस शामिल होंगी।
विश्व बैंक क्षमता बढ़ाने पर होगी चर्चा न्यूज़ एजेंसी ‘AFP’ की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार (22 अगस्त) को एक ब्रीफिंग में बताया कि बाइडेन के दौरे के दौरान, विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने पर चर्चा भी होगी, जिससे वे विश्वभर में गरीबी से लड़ने और वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि बाइडेन और G20 के सदस्य देशों के नेताओं के बीच चर्चा होगी, जिसमें स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों को कम करना शामिल होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जून में अमेरिका की राजकीय यात्रा की थी, जिसका महत्वपूर्ण संकेत था। इस दौरान, उन्होंने जेट इंजन, ड्रोन, अंतरिक्ष मिशन, और चिप निर्माण के कई महत्वपूर्ण समझौते किए, जिनसे दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा।
क्या VVIPs मौजूद रहेंगे? इस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ही, चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉन जैसे कई देशों के नेताएं और उच्चरंगीण व्यक्तित्व शामिल होंगे।
ये शक्तिशाली देश G20 के सदस्य हैं ग्लोबल 20 (G20) में, यूरोपीय यूनियन को छोड़कर, 19 महत्वपूर्ण देश शामिल हैं। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, रूस, तुर्की, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरबिया, और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
G20 समिट में ये देश आगंतुक होंगे इस बार के G20 समिट में आगंतुकों की सूची में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, और यूनाइटेड अरब अमीरात्स (यूएई) शामिल हैं। उन्हें शिखर सम्मेलन में मिलने और ठहरने के लिए विदेश मंत्रालय ने कुल 35 होटलों की बुकिंग की है।”